Wednesday, 30 November 2022

कला के क्षेत्र में पहचान बनाना ही मेरा लक्ष्य है - वीर प्रजापति

कौन कहता है कि कामयाबी नहीं मिलती। कहते हैं। अगर किसी काम को दिल से करने की ठान लो तो पूरी कायनात भी उसका साथ देने से पीछे नहीं हटती। ऐसे ही कला के महारथी हैं वीर प्रजापति जो कि आर्ट एंड क्राफ्ट के क्षेत्र में एक असाधारण


उपलब्धि हासिल की है व स्कूलों में भी बच्चो को सीखते। उन्होंने अपनी कलाकृति के कई प्राकृतिक और भगवान हनुमानजी का चित्र बनाया। जिसमे 25000 से अधिक बिंदुओ का प्रयोग कर पूरा किया गया और इस चित्र को महज 50-55 मिनट में पूरा किया गया।

महानता के लिए उन्हें world's. greatest record भी चुना गया। वीर प्रजापति मानना हैं कि अब मैं यह कला अपने दोनों बच्चों देवांशी व मुकुल को भी सीखा एक महान कलाकार बनाने का प्रयास कर इस क्षेत्र में आकर्षित कर रहा हूं। साथ ही उन बच्चों का भी जो इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। 



 

ग्राम देवता दादा गुलाशन

 

(दादा गुलाशन महाराज)


बृहस्पतिवार का दिन दादा गुलाशन की विशेश पूजा का दिन होता हैं।हमारे क्षेत्र में स्थापित पंच पीरों में यह सबसे बड़े माने जाते हैं। जिसमें बाबा गुलाब हुसैन (दादा गुलाशन) शाहबाद मोहम्मद पुर, दादा बार्इवाला (मैट्रो स्टेशन सेक्टर-9 के सामने गांव बागडोला), बाबा काले खाँ व भूरे खाँ (इनिदरा गांधी इंटरनेशनल एयर पोर्ट के अंदर) और समस खाँ (गांव नागल देवत सेंट्रर होटल के साथ) इनके अलावा दो पीर इन्हीं की वंशावली के गांव प्रहलादपुर व मेहरम नगर में सिथत हैं
: वीर प्रजापति