ग्राम देवता दादा गुलाशन शाहबाद मौहम्मद पुर
- गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि सर्दियों से यह मजार यहां बनी हुर्इ हैं और गांव के सभी धर्म व जाति के लोगसमान रूप से दादा गुलाशन महाराज की पूजा करते हैं। मजार के सेवादार गांव शाहबाद मोहम्मद पुर निवासी हरिचंद्र ने बताया कि लगभग 400 वर्श पहले जब गांव शाहबाद मोहम्मदपुर यहां बसा था, तब से ही दादा गुलाशन महाराज की मजार यहां स्थापित हैं। इनका नाम बाबा गुलाब हुसैन था। यह मक्का मदीना वंश से हैं. बृहस्पतिवार का दिन दादा गुलाशन की विशेश पूजा का दिन होता हैं।
- बृहस्पतिवार का दिन दादा गुलाशन की विशेश पूजा का दिन होता हैं।हमारे
क्षेत्र में स्थापित पंच पीरों में यह सबसे बड़े माने जाते हैं। जिसमें
बाबा गुलाब हुसैन (दादा गुलाशन) शाहबाद मोहम्मद पुर, दादा बार्इवाला
(मैट्रो स्टेशन सेक्टर-9 के सामने गांव बागडोला), बाबा काले खाँ व भूरे खाँ
(इनिदरा गांधी इंटरनेशनल एयर पोर्ट के अंदर) और समस खाँ (गांव नागल देवत
सेंट्रर होटल के साथ) इनके अलावा दो पीर इन्हीं की वंशावली के गांव
प्रहलादपुर व मेहरम नगर में सिथत हैं।
- दादा गुलासन पर प्रत्येक वर्ष होने वाले उर्स में गाँव के सभी आते है जैसे गाँव के प्रधान जी और सेवक हरिचंद जी, जय किशन ,कृष्ण सैनी।जिनमे कुछ युवा भी सेवा में जुड़ रहे है असगर अली जी ,वीरेंदर सिंह , दीपक गौर एवं समस्त ग्रामवासी।
- ग्रामवासियों की ओर से दोपहर में विधिवत पूजा अर्चना कर भंडारे का आयोजन किया और शाम को कव्वाली एवं भजन का कार्यक्रम रखा गया
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